Welcome to SmartStudies.in! You visited this page for the first time.
Click Here to See Full Stats of Your Vists to SmartStudies.in
Smart Studies
Follow on facebookFollow on twitter
This is an effort to make Learning Smarter, Easier and Free
Visitor No. 005341819
ਵਿੱਦਿਆ ਵਿਚਾਰੀ ਤਾਂ ਪਰ-ਉਪਕਾਰੀ।
ਨਕਲ ਕਰਨਾ ਪਾਪ ਹੈ।
ਵਿੱਦਿਆ ਮਨੁੱਖ ਦਾ ਤੀਸਰਾ ਨੇਤਰ ਹੈ।
ਨਕਲ ਆਤਮ-ਹੱਤਿਆ ਹੁੰਦੀ ਹੈ।
ਚਰਿੱਤਰ ਜੀਵਨ ਦੀ ਸ਼ਾਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ।
ਰੱਬ ਦੇ ਸਤਿਕਾਰ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਸਮੇਂ ਦਾ ਸਤਿਕਾਰ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ।
ਬੱਚਿਓ ਮਿਹਨਤ ਕਰਦੇ ਜਾਵੋ, ਮੰਜ਼ਿਲ ਵੱਲ ਪੱਬ ਧਰਦੇ ਜਾਵੋ।
Articles -> all -> खुशखबरी! ओज़ोन की परत का नाश होना कम हो रहा है

    खुशखबरी! ओज़ोन की परत का नाश होना कम हो रहा है

    यह निसंदेह एक खुशखबरी है और इस खबर से साबित होता है कि यदि दुनिया भर के लोग पर्यावरण के प्रति सचेत हो जाएँ तो हम हमारे पर्यावरण की रक्षा करने में सक्षम है और यह उतना भी मुश्किल नहीं है. सयुंक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार ओज़ोन गैस की परत का नाश होने का क्रम बंद हो गया है और एक अनुमान के अनुसार 2048 तक ओजोन का स्तर अपनी पूर्ववर्त स्थिति में आ जाएगा.

    हम सब जानते हैं कि कई प्रकार के रसायनिक उत्पादों और गैसों के उत्सर्जन की वजह से ओज़ोन गैस की परत को भारी नुकसान पहुँच रहा था और इससे दुनिया भर के लोगों और जीवसृष्टि के लिए खतरा उत्पन्न हो गया था. ओज़ोन गैस की परत सूर्य की पराबैंगनी किरणों को सोख कर उनका धरती पर आना कम कर देती है इससे हम पराबैंगनी रेडिएशन प्रभाव से बच जाते हैं.

    1980 के बाद से ओजोन गैस की परत को नुकसान पहुँचने की दर खतरनाक ढंग से बढ गई थी और इसके लिए जिम्मेदार थे 100 से अधिक ऐसे पदार्थ और गैसें जो विभिन्न गैजेटों और उपकरणों को इस्तेमाल हो रहे थे. सबसे अधिक हानि रेफ्रिजरेटर और वातानुकूलित संसाधनों में प्रयुक्त होने वाली गैसें पहुँचा रही थी. परंतु बाद में एक आम सहमति बनी कि इस तरह की गैसों पर से आधार धीरे धीरे कम कर दिया जाएगा और अब उसका असर दिखाई देने लगा है.

    अब ना केवल ओज़ोन गैस की परत को नुकसान पहुँचने का क्रम बंद हो गया है बल्कि दुनिया भर में चमड़ी का कैसर होने की दर में भी भारी कमी आने की सम्भावना दिखाई दे रही है. यही नहीं वैज्ञानिक मानते हैं कि 2048 तक ओजोन गैस की परत 1980 के स्तर तक पहुँच जाएगी.

    ओज़ोन गैस की परत को पहुँच रहे भारी नुकसान को देखते हुए मोंट्रीयल प्रोटोकोल को मंजूरी दी गई थी जिसके तहत दुनिया भर की कम्पनियाँ हानिकारक गैसों पर से निर्भरता कम करने को राजी हुई थी और अब उसका असर दिखाई दे रहा है. जहाँ चाह वहाँ राह.

    Author : तरकश ब्यूरो (पर्यावरण)
    References : http://www.tarakash.com/2/science/environment/4006-ozone-layer-now-safe.html

Have an article? Please don't wait, send it on articles@smartstudies.in

SmartStudies.in © 2012-2023